High Blood pressure | Hypertension उच्च रक्तचाप का आसान घरेलू उपचार

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High Blood pressure | Hypertension उच्च रक्तचाप का आसान घरेलू उपचार

उच्च रक्तचाप को अक्सर ‘साइलेंट किलर’ कहा जाता है, क्योंकि यह कई बार बिना दस्तक के ही शरीर में दाखिल हो जाता है। यहां हम कुछ लक्षण बता रहे हैं, जिससे हाई ब्लड प्रेशर की पहचान की जा सकती है।

Most people with high blood pressure will not experience any symptoms, which is why people often call hypertension the “silent killer.”

 

उच्च रक्तचाप के कारण –
 Causes of High BP in Hindi

  1.     धूम्रपान
  2.     मोटापा
  3.     शारीरिक गतिविधियों में कमी
  4.     भोजन में अधिक नमक
  5.     बढ़ती उम्र
  6.     आनुवंशिकता
  7.     शराब
  8.     तनाव और थायराइड
  9.     गुर्दे से जुड़ा पुराना रोग
  10.     एड्रिनल संबंधी परेशानी (गुर्दे के ऊपर स्थित ग्रंथियां)
  11.     स्लीप एप्निया (गंभीर नींद विकार)

उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) के लक्षण – 
Symptoms of High Blood Pressure in Hindi

  1.     लगातार सिरदर्द
  2.     छाती में दर्द
  3.     नजर कमजोर होना
  4.     सांस लेने में दिक्कत
  5.     नाक से खून निकलना

 हाई ब्लड प्रेशर के घरेलू इलाज– 
Home Remedies for High BP in Hindi

हाइपरटेंशन एक गंभीर समस्या है, जिसे जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता, लेकिन नियंत्रित जरूर किया जा सकता है। हालांकि, हाई ब्लड प्रेशर के उपचार के लिए बाजार में कई दवाइयां मिल जाएंगी, लेकिन इस समस्या को कुछ हद तक घर बैठे ही नियंत्रित किया जा सकता है। नीचे हम हाई ब्लड प्रेशर से बचने या फिर उसके लक्षणों को कुछ कम करने के लिए कारगर घरेलू इलाज बता रहे हैं। यहां हम स्पष्ट कर दें कि ये घरेलू नुस्खे मेडिकल ट्रीटमेंट का विकल्प नहीं हो सकते।
1. लहसुन
लहसुन एक गुणकारी खाध पदार्थ है, जिसका इस्तेमाल शरीर से जुड़ी कई बीमारियों के लिए किया जाता है। लहसुन का इस्तेमाल कर अनियंत्रित रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है। यह 10 mmHg सिस्टोलिक और 8 mmHg डायस्टोलिक रक्तचाप को कम करता है। लहसुन में बायोएक्टिव सल्फर यौगिक के रूप में एस-एल सिस्टीन पाया जाता है, जो हाई ब्लड प्रेशर के लिए काफी लाभदायक है। सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर रक्त वाहिकाओं में दबाव को उस वक्त मापता है, जब ह्रदय धड़क रहा होता है। वहीं, डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर रक्त वाहिकाओं में दबाव को उस वक्त मापता है, जब धड़कनों के बीच ह्रदय कुछ पल के आराम करता है ।

2. आंवला
सिट्रस फलों में आंवला एक गुणकारी फल है। इसे ‘इंडियन गूजबेरी’ भी कहा जाता है। इसका स्वाद खट्टा या कड़वा होता है। इसमें, उच्च विटामिन-सी पाया जाता है, जिसका इस्तेमाल कर उच्च रक्तचाप को कुछ हद तक नियंत्रित किया जा सकता है (4)।

3. मेथी
मेथी विटामिन, खनिज, लौह, कैल्शियम और प्रोटीन से समृद्ध एक गुणकारी घरेलू औषधि है, जिसका सेवन हाइपरटेंशन पर नियंत्रण पाने के लिए किया जा सकता है। मैथी शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित करने के साथ-साथ मेटाबॉलिज्म के स्तर में भी सुधार करती है और एंटीऑक्सीडेंट का काम करती है (5)।
 
4. शहद
शहद में एंटीबायोटिक, माइक्रो न्यूट्रिएंट, एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ विटामिन ए, बी और सी भी पाया जाता है। शहद और अजवाइन के पत्तों का रस हाई ब्लड प्रेशर का घरेलू उपचार साबित हो सकता है। फिलहाल, इस संबंध में कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है। इसलिए, यह घरेलू नुस्खे को इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। साथ ही कुछ रिसर्च का मानना है कि शहद के प्रयोग से रक्तचाप के जरूरत से ज्यादा कम होने या फिर खून के थक्के बनने में कमी आ सकती है । इसलिए, यह घरेलू उपाय डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
 
5. प्याज का रस
प्याज की परतों में कुएरसेटीं नामक तत्व पाया जाता है, जो उच्च रक्त चाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है । हाई ब्लड प्रेशर का उपचार करने लिए डॉक्टर की सलाह पर प्याज के रस का इस प्रकार सेवन कर सकते हैं।

6. नारियल पानी
नारियल पानी में खनिज और लवण पर्याप्त मात्रा में मौजूद होते हैं, जो धमनियों में रक्त प्रवाह के असंतुलन को शांत करने में मदद करते हैं। शोधकर्ताओं का मानना है कि नारियल पानी में मौजूद पोटैशियम रक्तचाप को कम करने में अहम भूमिका निभा सकता है । पोटैशियम रक्त में सोडियम के स्तर को संतुलित करता है। हाई ब्लड प्रेशर की दवा के रूप में नारियल पानी का सेवन किया जा सकता है।
 
7. तरबूज
तरबूज एक गुणकारी फल है, जिसका सेवन उच्च रक्तचाप से बचने के लिए किया जा सकता है। तरबूज में मौजूद एमिनो एसिड एल-साइट्रूलाइन और एल-आर्जिनिन तत्व हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करते हैं । तरबूज को हाई ग्लिसेमिक इंडेक्स फूड की श्रेणी में रखा गया है । हाई ग्लिसेमिक इंडेक्स में आने वाले खाद्य पदार्थ डायबिटीज से ग्रस्त मरीजों के लिए हानिकारक हो सकते हैं । इसलिए, डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करें।

8. दालचीनी
दालचीनी में कई यौगिक तत्व पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। इसमें पॉलीफेनॉल, एंटीऑक्सीडेंट और सिनामाल्डेहाइड व सिनेमिक एसिड शामिल है। ये सभी तत्व रक्तचाप को नियंत्रित करने के काम आ सकते हैं ।

9. नींबू
नींबू रक्त वाहिकाओं को नरम और लचीला बनाने में मदद करता है। नींबू एंटी-ऑक्सीडेंट से समृद्ध होता है, जिससे कोशिकाएं स्वस्थ रहती हैं। हाई ब्लड प्रेशर से बचने या उसके लक्षणों को कम करने के लिए नींबू का इस्तेमाल किया जा सकता है।

10. आलू
सब्जियों में आलू का सेवन कर उच्च रक्तचाप के खतरे को कम किया जा सकता है। आलू में पर्याप्त मात्रा में पोटैशियम होता है, जबकि पोटैशियम हाई ब्लड प्रेशर को कुछ हद तक कम करने में कारगर माना गया है। इस प्रकार आलू का सेवन कर हाई ब्लड प्रेशर का इलाज घर बैठे-बैठे किया जा सकता है।

11. अजवाइन
अजवाइन के पत्तों के रस में 3-एन-ब्यूटिल फाथालाइड और एपिगेनिन जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो उच्च रक्तचाप की स्थिति में फायदा पहुंचाते हैं। फाथालाइड रक्त वाहिकाओं की चिकनी मांसपेशियों को आराम पहुंचाने में मदद करता है। उच्च रक्तचाप को कम करने के लिए अजवाइन का यह घरेलू उपाय किया जा सकता है ।
 
12. गाजर
उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए गाजर का सेवन भी किया जा सकता है। गाजर में पोटैशियम और बीटा कैरोटीन जैसे तत्व मौजूद होते हैं। गाजर का जूस सिस्टोलिक उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है। गाजर का जूस ह्रदय और गुर्दों के लिए भी फायदेमंद है । हाई ब्लड प्रेशर की दवा के रूप में डॉक्टर की सलाह पर गाजर का सेवन किया जा सकता है।

13. लाल मिर्च
लाल मिर्च तीखी होती है, लेकिन उच्च रक्तचाप को कुछ हद तक नियंत्रित करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। लाल मिर्च प्राकृतिक रूप से रक्तचाप को कम करने में मदद करती है। लाल मिर्च में कैप्साइसिन नामक तत्व पाया जाता है, जो रक्तचाप को संतुलित करने में मदद कर सकता है।

14. केला
केले में सोडियम कम होता है और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा शून्य होती है। केले में पोटैशियम की मात्रा भी पाई जाती है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है । हाई ब्लड प्रेशर की दवा के रूप में केले का सेवन किया जा सकता है।

15. मूली
एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक मेडिकल रिसर्च के अनुसार, मूली के पत्तों में एंटीहाइपरटेंसिव प्रभाव पाया जाता है। एंटीहाइपरटेंसिव गुण उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है। इसलिए, अगर मूली के पत्तों का इस्तेमाल किया जाए, तो उच्च रक्तचाप के प्रभाव को कुछ कम किया जा सकता है। फिलहाल, उच्च रक्तचाप के संबंध में मूली पर और वैज्ञानिक अध्ययन की जरूरत है। इसलिए, मूली का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही किया जाए।

नोट : अगर कोई किसी गंभीर शारीरिक समस्या से ग्रसित हैं, तो उपरोक्त घरेलू उपायों को अपनाने से पहले डॉक्टर से एक बार जरूर पूछ लें।

उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) के लिए कुछ और टिप्स –
 Other Tips for High Blood Pressure Treatment in Hindi

    शरीर का वजन : उच्च रक्तचाप के कारण शरीर का वजन प्रभावित हो सकता है। इसलिए, शरीर के वजन को बनाए रखने के लिए डॉक्टर से बॉडी मास इंडेक्स को मापने और गणना के लिए जरूर कहें।

    धूम्रपान : उच्च रक्तचाप का एक कारण धूम्रपान भी है । इसलिए, हाई ब्लड प्रेशर की पहचान होने पर धूम्रपान बिल्कुल न करें।

    भोजन: उच्च रक्तचाप को कम करने के लिए DASH (Dietary Approaches to Stop Hypertension) Diet का पालन करें। DASH फल, सब्जी व दूध आधारित खाध पदार्थ और बिना चर्बी वाले मांस का सेवन करने के लिए प्रोत्साहित करता है। इस डाइट के माध्यम से हाई बीपी को कुछ हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।

    योग : योग एक आध्यात्मिक मार्ग है, जो तनाव को कम करके उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करता है। शरीर को रोगमुक्त और स्वस्थ रखने के लिए विभिन्न प्रकार के योगासन किए जाते हैं। रक्तचाप के लिए शुरुआत में किसी योग्य योग विशेषज्ञ से योग सीख सकते हैं ।

    अल्कोहल: अधिक शराब का सेवन करने से भी उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ जाता है। अगर कोई हाई ब्लड प्रेशर का मरीज हैं, तो भूलकर भी मदिरापान न करें ।

    तनाव पर नियंत्रण: अधिक तनाव कई शारीरिक बीमारियों की जड़ है, जिसमें हाइपरटेंशन भी शामिल है। इसलिए, हाई ब्लड प्रेशर से निजात पाने के लिए तनाव पर नियंत्रण रखना जरूरी है। अधिक तनाव के कारण शरीर में वाहिकासंकीर्णन (vasoconstriction) हार्मोन की वृद्धि होती है। यह हार्मोन रक्त वाहिकाओं को संकीर्ण कर और ह्रदय गति को बढ़ाकर उच्च रक्तचाप का कारण बनता हैं। तनाव को नियंत्रित कर हाई बीपी का इलाज किया जा सकता है।

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