दिल को स्वस्थ रखने के 15 सरल उपाय | How To Keep Your Heart Healthy

Ayurveda
हमारा दिल हमें हर दिन, हर घंटे, हर मिनट, हर सेकेंड याद रखता है और बिना थके लगातार हमारे लिए धड़कता है। इसलिए हमें भी सिर्फ बीमार पड़ने पर ही नहीं, बल्कि हर दिन अपने दिल का ख्याल रखना चाहिए।
स्‍वस्‍थ शरीर में ही स्‍वस्‍थ दिल रहता है।

आप बहुत जवान या उम्रदराज हो गये हैं यह जरूरी नहीं है, दिल की देखभाल हर उम्र में करनी चाहिए। स्‍वस्‍थ आदतें ही आपके शरीर को कार्डियोवस्‍कुलर बीमारियों से बचा सकती हैं। ये तरीके अगर आप रोज फॉलो करते हैं तो अपनी लाइफ के लगभग 7 साल आप बढ़ा सकते हैं।

आपका हृदय स्वास्थ्य काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि आप कैसा जीवन व्यतीत करते हैं। इस लेख में, हम कुछ स्वस्थ-हृदय युक्तियों (Healthy Heart Tips in Hindi or Heart care tips in Hindi) पर चर्चा करेंगे।

  1. ये सही है कि हर दिन एक्सरसाइज करना बोरिंग हो सकता है, इसलिए आपके पास वॉकिंग यानी टहलने का भी विकल्प है. अगर आप एक्सरसाइज नहीं कर पा रहे हैं, तो टहलने के लिये समय निकालें और हफ्ते में कम से कम 4 -5 दिन कम से कम 20 मिनट चलने की आदत डालें।
  2. प्रत्‍यक्ष और अप्रत्‍यक्ष तरीके से धूम्रपान करने से बचें। प्रत्‍यक्ष धूम्रपान से अधिक नुकसानदेह अप्रत्‍यक्ष धू्म्रपान होता है। यूएस सर्जन जनरल की रिपोर्ट के अनुसार अप्रत्‍यक्ष तरीके से धूम्रपान करने वालों में दिल और फेफड़े संबंधित बीमारियों के फैलने का खतरा प्रत्‍यक्ष धूमप्रान करने वालों से 30 प्रतिशत तक अधिक होता है।
  3. दिल को स्‍वस्‍थ रखने के लिए स्‍वस्‍थ आदतों को अपनाना बहुत जरूरी है। अपने साथ-साथ बच्‍चों को स्‍वस्‍थ आदतों के बारे में बतायें। ज्‍यादा से ज्‍यादा वक्‍त आराम करने की बजाय शारीरिक गतिविधि करने में बितायें। आसपास की जगह बाइक या गाड़ी से जाने की बजाय पैदल ही जायें।
  4. तनाव आपके दिल का सबसे बड़ा दुश्‍मन है, इसे काबू में रखने की कोशिश करें। तनाव के कारण दिल की धड़कन और ब्‍लड प्रेशर बढ़ जाता है जो आपकी धमनी की दीवारों को क्षतिग्रस्‍त कर सकता है। इसलिए तनाव को काबू में रखने की कोशिश करें, इस‍के लिए गहरी सांस लेने वाले योग और मेडीटेशन को आजमायें।
  5. अपने ब्‍लड शुगर के स्‍तर की जांच समय-समय पर कराते रहें। 45 साल की उम्र तक होने के बाद ब्‍लड शुगर की जांच कराना जरूरी हो जाता है। ब्‍लड शुगर की जांच हर तीन साल पर जरूर करायें।
  6. अगर आप रोज शराब पीते हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि पुरुष एक दिन में दो से अधिक पेग और महिलाएं एक दिन में एक पेग से ज्यादा ना पीएं. वहीं पटियाला पेग पीने से बचें. मुझे लगता है कि यह आपके लिये अच्छी खबर है कि आप शराब पी सकते हैं, लेकिन लिमिट में यानी एक सीमित मात्रा में ही शराब पीएं.
  7. आपका दिल दिन में आपकी गतिविधियों के साथ गति बनाए रखने में ज्यादा काम करता है। रात में ये आराम और लय में धड़कता है. इसलिये आपको रोजाना 6 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए।
  8. अपने लिए कम से कम एक घंटे का ‘गैजेट फ्री’ समय निकालें। इसका मतलब है कि इस समय में आप सोशल साइट्स जैसे फेसबुक, ट्विटर या इंस्टाग्राम का इस्तेमाल ना करें और साथ ही कैंडी क्रश और दूसरे ऑनलाइन गेम्स से दूर रहें।
  9. भोजन में अधिक नमक की मात्रा होने से ब्लडप्रेशर बढ़ जाता है। इस कारण दिल में कई बीमारियां होने की संभावना भी बढ़ जाती है। जहां तक हो सके, ताजा खाना खाने की कोशिश करें, क्योंकि पहले से निर्मित किये भोजन में कई हानिकारक पदार्थ होते हैं। ये भोजन का स्वाद ठीक बनाए रखने के लिए डाले जाते हैं. खाने को अधिक स्वादिष्ट बनाने के लिए मसाले, हरा धनिया, पुदीना आदि डालिए। इस तरह नमक की मात्रा भी कम हो जाएगी।
  10. ल, दूध एवं दूध से बनी वस्तुएं और लाल मांस में नुकसानदेह चिकनाई होती है जो आपका बुरा कॉलेस्ट्रॉल बढ़ाकर आपके हृदय को अस्वस्थ करती है, लेकिन मछली, अंडा, झिल्ली उतारा हुआ मुर्गा, दालें, टोफू, किनुआ इत्यादि से पोष्टिक प्रोटीन एवं फायदेमंद चिकनाई दोनों मिलती है। बाजार में मिलने वाले अधिकतर खाने की वस्तुओं में अच्छा पौष्टिक तेल नहीं होता।
  11. घर पर भोजन करना अधिक पौष्टिक होता हैं, क्योंकि आप स्वयं सब्जी, मसाले, चिकनाई एवं पकाने की विधि का चयन करते हैं। आप खाने को ज्यादा स्वादिष्ट बनाने के लिए उसमें विभिन्न प्रकार के मसाले डाल सकते हैं और नमक एवं चीनी जैसे हानिकारक तत्वों की मात्रा कम कर सकते हैं।
  12. दाँतों की सफाई और हृदय स्वास्थ्य एक दूसरे से सम्बन्धित होते हैं। दाँतों का स्वास्थ्य आपके संपूर्ण हृदय स्वास्थ्य को निर्धारित करने में एक प्रमुख भूमिका निभाता है। जीवाणुओं के बीच एक कड़ी है जो मसूड़ों की बीमारी का कारण बनती है और हृदय रोग का खतरा बढ़ाती है। इसलिए हर रोज अपने दांतों को ब्रश करना और फ्लॉस करना आपके मुंह और दिल की देखभाल करने के लिए महत्वपूर्ण होता है।
  13. हृदय स्वास्थ्य के संबंध में उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल दोनों हानिकारक होते हैं। रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल की जांच को ट्रैक करना और निगरानी करना महत्वपूर्ण होता है। उच्च रक्तचाप और उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर से दिल का दौरा पड़ सकता है।

रोजमर्रा की जिंदगी के बारे में छोटी-छोटी चीजों का आनंद लेने से आपको स्वस्थ अंगों के साथ एक स्वस्थ जीवन जीने में मदद मिलेगी। दिल के स्वास्थ्य में सुधार के लिए, आपको अधिक बार मुस्कुराना चाहिए, आराम से संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और ऑक्सीजन की अच्छी मात्रा में गहरी साँस लेनी चाहिए। चूंकि यह सभी तनाव और दबाव को कम करने में मदद करता है, इसलिए यह दिल की बीमारी को दूर रखेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Posts

कैंसर के बाद HIV का इलाज मिला
Ayurveda

कैंसर के बाद HIV का इलाज मिला: रिसर्च में दावा- वैक्सीन की सिर्फ एक डोज से बीमारी खत्म होगी; जानें कैसे करती है काम

कैंसर के बाद अब वैज्ञानिकों ने HIV/AIDS जैसी जानलेवा बीमारी का भी इलाज ढूंढ लिया है। इजराइल की तेल अवीव यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स एक ऐसी

Consuming 2 spoons of ghee on an empty stomach everyday will bring terrible changes in the body
Ayurveda

रोज़ खाली पेट 2 चम्मच घी खाने से शरीर में होंगे भयंकर बदलाव

सुबह उठकर खाली पेट सिर्फ 1 चम्मच देसी घी से आपके शरीर को मिलेंगे ये 6 गजब के फायदे, शरीर रहेगा चुस्त-दुरुस्तहेल्दी रहने के लिए