कोरोना वायरस: कोविड-19 से बचने के लिए ज्यादा भाप लेना खतरनाक, यूनिसेफ ने दुनिया को चेताया
पिछले साल के मुकाबले कोरोना वायरस का प्रकोप इस साल काफी तेजी से बढ़ रहा है। ये वायरस अब सिर्फ लोगों को डरा ही नहीं रहा, बल्कि ये लोगों की जान भी ले रहा है। ऐसे में लोग खुद को इस वायरस का शिकार होने से बचाने के लिए घर पर ही कई तरकीबें अपना रहे हैं, जिनमें से एक है भाप लेना। देखा जा रहा है कि लोग काफी भाप ले रहे हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि अगर कोरोना वायरस से बचे रहना है तो उन्हें काफी भाप लेनी चाहिए। यहीं नहीं, जो लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं उन्हें भी लगता है कि अगर वो भाप लेते हैं, तो वो जल्दी ठीक हो जाएंगे। तो चलिए जानते हैं इसमें कितनी सच्चाई है।
दरअसल, इन दिनों लोगों में एक नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है और वो है भाप लेने का। उन्हें लगता है कि भाप लेने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है। इसी को लेकर हाल ही में संयुक्त राष्ट्र बाल कोष यानी यूनिसेफ ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें लोगों को भाप लेने को लेकर बताया गया है।
यूनिसेफ द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो में साउथ एशिया के रीजनल एडवाइडर एंड चाइल्ड हेल्थ एक्सपर्ट पॉल रटर ने बताया कि, इस बात के कोई साक्ष्य मौजूद नहीं हैं कि स्टीम यानी भाप लेने से कोविड-19 को खत्म कर सकते हैं। बल्कि ऐसा करने से इसके कई खतरनाक परिणाम सामने आ सकते हैं।
वीडियो में डॉक्टर पॉल को कहते हुए देखा जा सकता है कि, ‘ज्यादा भाप लेने की वजह से गले और फेफड़ों के बीच की नमी में टार्किया और फैरिंक्स जल सकते हैं या फिर ये गंभीर रूप से डैमज यानी खराब हो सकते हैं। अगर ये नली डैमेज हो जाती है, तो व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। ऐसे में कोरोना वायरस आपके शरीर में आसानी से प्रवेश कर सकता है।’
गौरतलब, है कि कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों की संख्या में दिन-प्रतिदिन रिकॉर्ड तोड़ इजाफा हो रहा है। ऐसे में अस्पतालों में जगह नहीं है, और काफी संख्या में लोग अपने घरों पर भी हैं। वहीं, घर पर रहने वाले लोग खुद को स्वस्थ रखने के लिए तमाम तरह के घरेलू उपाय अजमा रहे हैं, जिसमें से एक भाप लेना भी है।
स्रोत और संदर्भ:
“Can inhaling water vapour lessen the impact of #COVID19?”
“Can inhaling water vapour lessen the impact of #COVID19?”
A question we’ve heard a lot this year.
The answer may surprise you.#Unite2FightCorona pic.twitter.com/EJtOLUXRKU
— UNICEF India (@UNICEFIndia) April 17, 2021