Penis Yeast infection Symptoms and Treatment in Hindi

Ayurveda
लिंग पर Infection का कारण, लक्षण, बचाव व उपचार | Penis Yeast infection Symptoms and Treatment: इस इन्फेक्शन में पेनिस के हेड एरिया में लाली छा जाती है और सूजन के साथ खुजली और दर्द होता है। पेनिस की टिप से मवाद भी आ सकता है।

 Penis Yeast infection Symptoms and Treatment

 स्किन कवर के अंदर गन्दगी जमा हो सकती है जिसके वजह से बदबू भी आने लगाती है, इस लिए सफाई का बिशेष ध्यान रखना चाहिए।

अगर इसका ठीक से इलाज नहीं किया गया तो पेशाब करने में दिक्कत होगी और आप सेक्स भी नहीं कर पाएंगे। आइये जानते है Penis लिंग पर Infection का कारण, लक्षण, बचाव व उपचार

 

सामान्‍य रूप से कैंडिडा खमीर संक्रमण महिलाओं और पुरुषों को प्रभावित करता है। हालांकि महिला और पुरुषों के शरीर में इसकी मौजूदगी हमेशा रहती है। लेकिन यह संक्रमण का रूप तब लेता है जब शरीर में इनकी मात्रा अधिक हो जाती है। पुरुषों में फंगल इन्फेक्शन होने के बहुत से लक्षण होते हैं। आइए इन्‍हें जाने।

जननांग में होने वाले फंगल इन्फेक्शन – बहुत से पुरुष अपने जननांगों या प्राइवेटपार्ट में फंगल इन्फेक्शन या खमीर संक्रमण का अनुभव करते हैं। इस प्रकार के संक्रमण के कुछ सामान्‍य लक्षण इस प्रकार हैं।

  1.     पेशाब करते समय जलन होना।
  2.     सेक्‍स के दौरान परेशानी आना।
  3.     लिंग के सिरे में लालिमा या खुजली होना।
  4.     गुप्‍तांगों से बदबूदार गंध आना।
  5.     लिंग और उसके आस-पास खुजली होना।

बैलेनाइटिस फंगल इन्फेक्शन – कुछ लोगों को बैलेनाइटिस खमीर संक्रमण हो सकता है। यदि आपको यहां बताये गए लक्षण हैं तो आपको बैलेनाइटिस यीस्‍ट संक्रमण होने की संभावना अधिक है। बैलेनाइटिस खमीर संक्रमण के लक्षणों में शामिल है :

  1.     लिंग पर खुजली।
  2.     संक्रमण प्रभावित क्षेत्र पर मोटी, सफेद परत का बनना।
  3.     फंगल इन्फेक्शन वाली जगह गोरी और चमकदार होना।
  4.     लिंग की चमड़ी पर दर्द का अनुभव होना।

यीस्ट इंफेक्शन, छुटकारा पाने के लिए उपाय

  • दही
दही का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। इतना ही नहीं दही यीस्ट इंफेक्शन को भी दूर करने का काम करती है। अगर आप नियमित रूप से दही का सेवन करते हैं तो शरीर में सकारात्मक बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं, जो कैंडिडा या थ्रश जैसे इंफेक्शनों से लड़ते हैं। इसके अलावा आप प्रभावित हिस्सों पर भी दही का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • टी ट्री ऑयल
यीस्ट इंफेक्शन की समस्या को दूर करने में चाय के पेड़ का तेल बहुत प्रभावी है। टी ट्री ऑयल में पाए जाने वाले जीवाणुरोधी, एंटीप्रोटोजोअल, एंटिफंगल और एंटीवायरल यीस्ट इंफेक्शन से छुटकारा दिलाते हैं। इसके साथ ही आप टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल प्रभावी हिस्से और उसके आसपास भी कर सकते हैं।
  • लहसुन
लहसुन अपने औषधीय गुणों के लिए बहुत मशहूर है। यीस्ट इंफेक्शन की समस्या को दूर करने के लिए आप लहसुन को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Posts

कैंसर के बाद HIV का इलाज मिला
Ayurveda

कैंसर के बाद HIV का इलाज मिला: रिसर्च में दावा- वैक्सीन की सिर्फ एक डोज से बीमारी खत्म होगी; जानें कैसे करती है काम

कैंसर के बाद अब वैज्ञानिकों ने HIV/AIDS जैसी जानलेवा बीमारी का भी इलाज ढूंढ लिया है। इजराइल की तेल अवीव यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स एक ऐसी

Consuming 2 spoons of ghee on an empty stomach everyday will bring terrible changes in the body
Ayurveda

रोज़ खाली पेट 2 चम्मच घी खाने से शरीर में होंगे भयंकर बदलाव

सुबह उठकर खाली पेट सिर्फ 1 चम्मच देसी घी से आपके शरीर को मिलेंगे ये 6 गजब के फायदे, शरीर रहेगा चुस्त-दुरुस्तहेल्दी रहने के लिए