सुबह – सुबह लें ऐसे सांस और दिन भर रहे तरोताजा | How to Stay Fresh All Day Long In Hindi
सुबह – सुबह लें ऐसे सांस और दिन भर रहे तरोताजा | How to Stay Fresh All Day Long In Hindi
सांस हमारी जिंदगी की सबसे अहम चीज है। दुनिया में आने के पहले लम्हे से लेकर दुनिया को अलविदा कहने के आखिरी लम्हे तक सांस ही है, जो लगातार चलती है लेकिन सबसे ज्यादा हम इसे ही नजरअंदाज करते हैं।
तो अब सुबह सुबह लें ऐसे सांस और दिन भर रहे अब तरोताजा ।
हम निरोग रहें, खुश रहें और हर काम में अपना शत-प्रतिशत दे पाएं। इसके लिए हमें बहुत ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं है। बस, सुबह के चार घंटे यानी 5 से 9 बजे तक का समय अपने लिए निकाल लें। इस चार घंटे में सही तरह तैयारी करें और फिर निकलें काम पर। देखेंगे कि आप पूरे दिन जोश और स्फूर्ति के साथ काम कर रहे हैं।
सबसे पहले पिएं भरपूर पानी
योग गुरु सुनील सिंह कहते हैं कि गर्मी के दिनों में लगातार बढ़ते तापमान के कारण कई समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखें तो हम हर तरह की समस्या से बच सकते हैं। इस मौसम में शरीर में पानी की कमी हो जाती है जिससे अपच की समस्या बढ़ जाती है।
रात को सोने से पहले तांबे के बरतन में तीन से चार गिलास पानी रख दें और सवेरे बिना ब्रश किए आराम से बैठकर उसे पी लें। योग की दुनिया में इसे उषा पान कहते हैं। इसके बाद नित्य कर्म के लिए जाना चाहिए। इस पानी में कॉपर की मात्र आ जाती है और सवेरे खाली पेट तीन-चार गिलास यह पानी पीने से वात और पित्त के दोष दूर हो जाते हैं।
फ्रेश होने के बाद आप कुछ योग जरूर करें। यदि आपको किसी तरह की कोई समस्या नहीं है तब भी और यदि आप हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट या अस्थमा के मरीज हैं तब भी, ये योग आपके लिए फायदेमंद रहेंगे।
5 मिनट जरूर करें अग्निसार क्रिया
खाली समय में आप बैठकर या खड़े होकर अपने दोनों हाथ दोनों जंघाओं पर रख लें। अब शरीर से पूरे वायु को बाहर निकालकर पेट को अंदर-बाहर संकुचन करें। इस क्रिया को तीन से पांच मिनट तक खाली पेट करें। इससे हमारा पाचन तंत्र मजबूत होता है। जिन्हें हाजमे की तकलीफ है या कॉन्सटीपेशन है, उनके लिए तो यह योग और अच्छा है।
सावधानी: यदि आप हार्ट या हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं तो किसी योग विशेषज्ञ के सामने ही इसका अभ्यास करें।
ऊँ मंत्र का उच्चारण करें
पद्मासन या सुखासन में बैठ जाएं और दोनों हाथ ध्यान की मुद्रा में रखें। यानी अंगूठा और तर्जनी आपस में मिले हुए हों और बाकी की तीनों उंगलियां सीधी रहें। अब पांच से दस मिनट तक निरंतर ऊँ मंत्र का उच्चारण करें। इससे हम वर्तमान में आ जाते हैं। गर्मी में एंग्जाइटी और तनाव बहुत बढ़ जाता है। इस योग के जरिए आप एंग्जाइटी और तनाव कम कर सकते हैं। यानी एक तरह से यह मेडिटेशन का काम करता है।
सावधानी: जब भी योग करें, किसी शांत जगह या कमरे में करें जहां शोर आदि न सुनाई दे। आप जिस धर्म से जुड़े हों, योग करने के दौरान अपने धर्म के मंत्रों का उच्चरण कर सकते हैं।
शीतकारी प्राणायाम
दोनों होंठों को सीटी बजाने की प्रक्रिया में मिला लें और मुंह से लंबा गहरा सांस लें। धीरे-धीरे नाक से सांस छोड़ें। इसके निरंतर अभ्यास से शरीर में शीतलता आ जाती है, जो गर्मी के दिनों में भी आपको शीतल रखती है। इसका अभ्यास 10 से 15 बार करें। गर्मी में अमूमन पिंपल्स या फोड़े-फुंसी होने लगते हैं। इस योग से ये सारी समस्याएं जड़ से दूर हो जाती हैं। साथ ही, हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए भी यह बहुत उपयोगी है।
सावधानी: अस्थमा या लो ब्लड प्रेशर के रोगी यह आसन न करें।
शवासन
पीठ के बल बिस्तर या जमीन पर लेट जाएं। शरीर को ढीला छोड़ दें। दोनों पैरों के बीच एक फीट का फासला रखें। हथेलियों का रुख आसमान की ओर हो। आंखें बंद करके अपने सांस के आने-जाने पर ध्यान केंद्रित करें। आपके पास जितना भी समय बचा हो, चाहे वह पांच या दस मिनट ही हो, पर उतनी ही देर के लिए यह आसन अवश्य करें। इससे शरीर के तंतुओं को धीरे-धीरे आराम मिलेगा। यह भी एक तरह से मेडिटेशन ही है। इस योग को कोई भी व्यक्ति कर सकता है।
जीवनशैली को बदलें
जीवनशैली विशेषज्ञ सतीश राव बताते हैं, दिल्ली में गर्मी बहुत होती है, लेकिन पसीना बहुत कम निकलता है। ऐसे में लू से बचने के लिए कोशिश करें कि सूर्य की रोशनी में सीधे न जाएं। चेहरे और सिर को जितना संभव हो, ढककर रखें। हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें। फल और हरी सब्जियां हमारे शरीर की सक्रियता को बढ़ाती हैं। इसलिए सुबह के नाश्ते में पर्याप्त फल और सब्जियां जरूर शामिल करें। 7-8 घंटे की नींद लें और सुबह पांच बजे जगने के लिए रात के10 बजे तक सो जाएं।